भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ की अधिकतर जनसंख्या गाँवो में निवास करती है। जैसा की हम जानते है गाँव के किसान पूर्ण रूप से खेती पर निर्भर रहते है। किसानो की फसल अच्छी होने या ना होने का आधार मानसून रहता है। भारत में खेती को मानसून को मानसून का जुआ माना जाता है।
यदि बारिश बढ़िया हो गई तो किसानों की फसल अच्छी होंगी और अगर यदि बारिश कम हुई या ना हुई तो किसानों की फसल को नुकसान पहुंचेगा। आज के समय में अधिकतर किसान खेती के लिए बारिश पर ही निर्भर रहते है। कई किसान खेत की सिंचाई ट्यूबवेल का उपयोग करते है। ट्यूबवेल का उपयोग करने से किसानों का खर्चा काफी बढ़ जाता है।
सरकार द्वारा किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की लाभकारी योजनाओ का संचालन किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य इन योजनाओ से किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिले। सरकार द्वारा किसानों के लिए पीएम कुसुम योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप पर सब्सिडी प्रदान की जाती है जिससे की किसानों को बिजली की बचत मिल सके।
सरकार द्वारा पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को सोलर पंप पर सब्सिडी देकर उनकी मदद करती है। इस योजना की शुरुआत 2019 में की गई थी। सरकार ने इस योजना का 2022 तक का टारगेट 30800 MW सोलर क्षमता पैदा करने का रखा था। किसान पीएम कुसुम योजना का लाभ 2026 तक उठा सकते है।
यदि आप भी एक किसान है और पीएम कुसुम योजना का लाभ लेना चाहते है तो आप आसानी से इसमें अपना आवेदन कर लाभ उठा सकते हो। दरअसल, किसानों द्वारा खेती के लिए इंजन और अन्य संसाधनों को काम में लिया जाता है जिससे की उनका खर्चा बहुत अधिक हो जाता है ऐसे में सरकार द्वारा किसानों के खर्चे को कम करने के लिए पीएम कुसुम योजना का लाभ दिया जा रहा है।
यदि आप भी इस योजना के तहत अपना आवेदन करते हो तो आपको सोलर पंप पर बढ़िया सब्सिडी मिल जाएगी। इस योजना से किसानों का बिजली और डीजल का खर्च बच जाता है। बिजली पर निर्भर नही रहना पड़ेगा जिससे की किसानों को खेती पर कम खर्च करना होगा। किसानों को इससे सिंचाई में काफी मदद मिलेगी।
पीएम कुसुम योजना की शर्तें
यदि आप भी पीएम कुसुम योजना का लाभ उठाना है तो सबसे पहले आपको कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करना होगा। किसानों को अपने पास बोरिंग की सुविधा भी उपलब्ध हो।
पीएम कुसुम योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास अपना आधार कार्ड, बैंक पास बुक और खसरा खाता की नकल हो। इसमें किसानों को 50 फिसदी की सब्सिडी दी जाती है ताकि किसान आसानी से अपनी खेती के लिए सिंचाई की सुविधा ले सके और बिजली की बचत कर सके।
ऐसे करे अपना आवेदन
उतरप्रदेश के किसान सोलर पंप पर सब्सिडी का लाभ लेने के लिए अपना आवेदन कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट को विजिट करके कर सकते है। उप कृषि निदेशक ने विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि किसानों को पीएम कुसुम योजना का लाभ लेने के लिए 18 जनवरी से पंजीकरण करना होगा।
इसमें पहले आओ पहले पाओ की नीति के अनुसार जिले के लक्ष्य के सापेक्ष 110% तक वितरण किया जाएगा। किसानों को अपना पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम में करना होगा। किसानों को अपना पंजीकरण करने के लिए कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.agriculture.upgov.com को विजिट करना होगा। किसानों को अपनी ऑनलाइन बुकिंग के साथ ही 5000 रुपए की टोकन मनी भी जमा करानी होंगी।
टोकन मनी एक सप्ताह में कन्फर्म हो जाएगा इसके बाद कृषकों को अंश की बची धनराशि का ऑनलाइन टोकन जनरेट करना होगा। चालान द्वारा इन्डियन बैक की किसी भी शाखा में ऑनलाइन माध्यम में जमा करानी होगी। ऐसा न करने पर आपका आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही टोकन मनी की राशि भी जप्त हो जाएगी।
इस मॉडल पर मिलेगा लाभ
यदि किसानो को इस योजना के तहत सोलर पंप उपलब्ध हो जाएंगे तो किसानों को अपनी सिंचाई के लिए अधिक पैसो को खर्च नही करना पड़ेगा। जिले में इस प्रकार के 2HP AC सरफेश-15, 2HP DC सरफेश-18, 2HP DC समर सिबल-12, 2 HP AC समर सिबल-10, 3 HP DC समर सिबल-100, 3HP AC समर सिबल-100, 5 HP AC समर सिबल-80, 7.5HP AC समर सिबल-35, 10 HP AC समर सिबल-10, कुल 380 सोलर पम्प स्थापित किये जाने हैं।
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