
Education Update: एक चोंकाने वाली खबर सामने आ रही है। इस बार स्टूडेंट्स में कम्प्यूटर साइंस में दिलचस्पी कम देखने को मिली। बता दे की कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग से पहले मैथेमेटिक्स एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग और स्टेटिक्स एंड डेटा साइंस की सीटें पहले राउंड की काउंसलिंग में ही फूल हो गई थी।
काफी स्टूडेंट्स ने जेईई एडवांस्ड 2023 क्वालीफाई कर ली है और अब वे JoSAA द्वारा आयोजित की जा रही काउंसलिंग के जरिए इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन ले रहे है।
अब इस दौरान मजेदार और चोंकाने वाली खबर यह रही की इस बार कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग का कोर्स का क्रेज काफी कम देखेने को मिल रहा है। इस साल आईआईटी में कंप्यूटर साइंस से पहले ही गणित और डेटा साइंस की सीटे फुल हो गई है।
खबरों के मुताबिक आईआईटी कानपुर में कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के कोर्स की बात करे तो वहाँ दूसरे राउंड में इसकी सीटे पूरी हुई जबकि मैथेमेटिक्स एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग और स्टेटिक्स एंड डेटा साइंस की सीटें पहले राउंड में ही पूरी हो गई थी। आईआईटी कानपुर में तीसरे राउंड में इंजियरिंग की सभी सीटे पूर्ण हो गई थी।
इसका यही मतलब रहा है कि आज भी स्टूडेंट्स के लिए कंप्यूटर साइंस के अलावा सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैथेमेटिक्स एवं डाटा साइंस का क्रेज बरकरार है। आईआईटी कानपुर में दूसरे राउंड में मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और एयरोस्पेस सहित सिविल इंजीनियरिंग की सीटें भी फूल हो गई थी।
दरअसल यह दावा किया जा रहा है कि आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर साइंट की सीटें मैथमेटिक्स एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग से पहले इसलिए फुल हो गई थी क्योंकि आईआईटी बॉम्बे सहित अन्य आईआईटी में टॉप रैंकर्स ने कंप्यूटर साइंस कोर्स को ही चुना है।
ऐसे में स्टूडेंट्स को लगा कि इस तरीके से तो यहां पर भी सीटें फुल हो जाएंगी और उस स्थिति में उन्हें किसी भी आईआईटी में एडमिशन नहीं मिल पाएगा और उन्हें एनआईटी (NIT) का रुख करना पड़ेगा. यही कारण है कि छात्रों ने कंप्यूटर साइंस की जगह मैथमेटिक्स एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग को ज्यादा तवज्जो दी और इसके साथ अन्य ट्रेड में एडमिशन लिया।
